श्री श्री १००८ बाल गोपाल भगवान मिर्ची बाबा
श्री श्री १००८ बाल गोपाल भगवान मिर्ची बाबा ने अपना सम्पूर्ण जीवन संत-सेवा, जन-सेवा, तप और श्री हरी विष्णु की भक्ति के प्रकाश को जन-जन तक अपने उपदेशो के माध्यम से पहुंचाने के लिए ही समर्पित कर दिया था।
बाल गोपाल भगवान मिर्ची बाबा ने अपना सम्पूर्ण जीवन कुटिया में अत्यंत ही दुरूह स्थिति में बिताया। अन्न और नमक का जीवन भर त्याग करके तपस्या करते रहे। अपने तप के साथ ही साथ वो वंचित और निर्धन-जनो की सेवा के लिए भी विभिन्न कार्य करते रहे थे। गुरुदेव के आश्रमो के माध्यम से संत सेवा के लिए कार्य निर्बाध चलते रहते थे। संत सेवा और जन सेवा के साथ ही साथ गुरुदेव अपनी शिक्षा और उपदेशो के माध्यम से आध्यात्मिक प्रकाश को और उच्च सामाजिक आचरण व शिक्षाओं की संस्थापना जन सामान्य में करते रहे थे। बाल गोपाल मिर्ची बाबा अपने भक्तो व जनसामान्य को भी गंगा स्वछता, पर्यावरण रक्षा, जन-सेवा व संत-सेवा के लिए प्रेरित करते रहे थे। उनके द्वारा प्रारम्भ किए गए संत-सेवा व जन-सेवा तथा समाज में उच्च आदर्शों व आध्यात्मिक मूल्यों की स्थापना के कार्य वर्तमान में एक बड़े अभियान का रूप ले चुके हैं।
श्री गुरूभागवान धर्मार्थ ट्रस्ट की स्थापना भी बाल गोपाल भगवान मिर्ची बाबा की प्रेरणा और आशीर्वाद स्वरूप उनके द्वारा प्रारम्भ किए गए धर्म-जागरण और जनसेवा के अभियान को आगे बढ़ाने के उद्देश्य से ही किया गया है।
बाल गोपाल भगवान मिर्ची बाबा के आशीर्वाद से श्री गुरूभागवान धर्मार्थ ट्रस्ट के द्वारा विभिन्न जनकल्याण कार्य सुचारु रूप से चल रहें हैं।